सावधान! दिल का दौरा अचानक नहीं पड़ता! पहले दिखते हैं ये 6 लक्षण, जान बचाने के लिए पहचानें

दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक आज के समय में बहुत तेजी से बढ़ती समस्या बन गया है। पहले यह बीमारी सिर्फ बुजुर्गों में देखने को मिलती थी, लेकिन अब यह युवाओं को भी प्रभावित कर रही है। बदलती जीवनशैली, असंतुलित खानपान, तनाव और धूम्रपान जैसी आदतें हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ा रही हैं। दिल का दौरा अचानक नहीं पड़ता, बल्कि शरीर कई बार पहले से ही इसके संकेत देने लगता है। यदि हम इन संकेतों को समय रहते पहचान लें और डॉक्टर से सलाह लें, तो बड़ा खतरा टाला जा सकता है। आइए जानते हैं वे छह लक्षण जो हार्ट अटैक से पहले अक्सर दिखाई देते हैं।

सबसे पहला और आम लक्षण है सीने में दबाव, भारीपन या जकड़न महसूस होना। यह दर्द आमतौर पर सीने के बीचों-बीच होता है और कई बार गर्दन, पीठ, कंधे या बाएं हाथ तक फैल जाता है। कई लोग इसे गैस या अपच समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह हार्ट अटैक का प्रमुख चेतावनी संकेत है। अगर आपको बार-बार ऐसा अनुभव हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं, क्योंकि यह दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है।

दूसरा लक्षण है बिना मेहनत के थकावट महसूस होना। अगर आप रोजमर्रा का हल्का काम करने पर ही थक जाते हैं या बार-बार कमजोरी महसूस होती है, तो यह दिल की कमजोरी का संकेत हो सकता है। खासतौर पर महिलाएं इस लक्षण को अक्सर अनदेखा कर देती हैं, जबकि यह हार्ट की गंभीर समस्या का शुरुआती संकेत हो सकता है।

तीसरा बड़ा संकेत है सांस लेने में तकलीफ। जब दिल सही तरीके से खून पंप नहीं कर पाता, तो फेफड़ों तक ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है। इसका नतीजा होता है बिना मेहनत के ही सांस फूलना या हांफना। अगर आपको आराम करते समय भी ऐसा अनुभव हो रहा है, तो यह हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है। कई बार यह लक्षण हार्ट अटैक से कुछ दिन या हफ्तों पहले ही दिखना शुरू हो जाता है।

चौथा लक्षण है अचानक ठंडा पसीना आना। जब दिल में खून का प्रवाह असामान्य हो जाता है, तो शरीर में ऑक्सीजन की कमी महसूस होती है और अचानक ठंडा पसीना आने लगता है। अगर आपको बिना गर्मी या मेहनत के ऐसा अनुभव हो रहा है, तो इसे हल्के में न लें। यह संकेत बताता है कि दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है और खतरा नजदीक हो सकता है।

पांचवां लक्षण है चक्कर आना या मिचली जैसा महसूस होना। कई बार हार्ट की धमनियों में ब्लॉकेज होने पर दिमाग तक पर्याप्त खून और ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता, जिससे अचानक चक्कर आ सकते हैं। लोग इसे अक्सर लो ब्लड प्रेशर या पेट की समस्या समझ लेते हैं और अनदेखा कर देते हैं। अगर चक्कर के साथ सीने में दबाव या सांस फूलने जैसे लक्षण भी हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

छठा और आखिरी प्रमुख लक्षण है जबड़े, गर्दन या बाएं हाथ में दर्द होना। यह दर्द अक्सर धीरे-धीरे शुरू होता है और कभी-कभी सीने के दर्द के बिना भी महसूस हो सकता है। खासतौर पर बाएं हाथ और कंधे में अचानक दर्द हार्ट अटैक का महत्वपूर्ण चेतावनी संकेत है। यह दर्द कभी-कभी आता-जाता रहता है और लोग इसे मांसपेशियों का दर्द मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह खतरे का इशारा हो सकता है।

इन छह लक्षणों को जानना और पहचानना हर किसी के लिए जरूरी है। अगर शरीर बार-बार ये संकेत दे रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। ईसीजी, इकोकार्डियोग्राफी और ब्लड टेस्ट जैसी जांचें करके हार्ट की स्थिति जानी जा सकती है। समय रहते इलाज शुरू करने से हार्ट अटैक की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

साथ ही, हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी है। धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं, नियमित व्यायाम करें, तनाव कम करें और संतुलित आहार लें। ज्यादा तेल, तला-भुना और जंक फूड कम करें और फलों-सब्जियों को डाइट में शामिल करें। समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाते रहें, खासतौर पर अगर परिवार में पहले से हार्ट की बीमारी का इतिहास है।

दिल का दौरा हमेशा अचानक नहीं पड़ता। शरीर पहले ही कई चेतावनी संकेत देता है, बस हमें उन्हें समझना और समय पर कार्रवाई करनी चाहिए। अगर आप या आपके आसपास कोई इन लक्षणों का अनुभव करे, तो देरी न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। यही सतर्कता आपकी और आपके प्रियजनों की जान बचा सकती है।

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